Thursday, 7 August 2014

मीठे चाँद का पान और एक ईद


मीठे चाँद का पान
आज अपने हाथों से बनाया है
गुलकंद, शहद, और
छिड़का है 
कुछ बूँद इश्क़ भी

तुम ही तो हो 
मेरे 
माह-ए-ईद 

इस ईद शौक़-ए-दीद हो जाए 
मनाओ, एक ईद संग मेरे भी 
एक ईद, मनाओ 
संग मेरे भी...

© Neha R Krishna


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