बदनाम इश्क़ हूँ मैं
मीरा मेरा नाम
हौले से,
रंग शाम जेसे चढ़ता है
वेसे ही, चढ़ गया
तुझ संग नेह का रिश्ता
तेरे इश्क़ ने सजाया, नचाया
तेरे इश्क़ ने,
तेरी बातों से बन गई मैं जोगन
बन गई सुहागन तेरी बातों की
तेरे इश्क़ का चोगा डाल
फिरती हूँ हर गलियों से
मैं मीरा बदनाम
सोंधी सी खुश्बू तेरे इश्क़ की
लिए फिरती हर गलियों से
मैं मीरा बदनाम
जोगिन रूप धर हो गई मैं बदनाम
इस इश्क़ में हो गई मैं बदनाम
जोगिन रूप धर हो गई मैं बदनाम
तेरे इश्क़ में हो गई मैं बदनाम
© Neha R Krishna
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